सगाई पूजा की विधि निम्नलिखित है:
- अग्रपूजा: पूजा का आरंभ गणेश जी की पूजा से की जाती है। गणेश जी को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दीपक, फूल, और नैवेद्य चढ़ाया जाता है।
- संगीत और ध्वनि के साथ स्वागत: सगाई में संगीत, गीत, और ध्वनि के साथ मिलनसार स्वागत किया जाता है।
- मंत्रों का पाठ: पंडित या पुरोहित द्वारा विवाह संस्कृति के मंत्रों का पाठ किया जाता है। इसमें गणेश और विवाह के देवी-देवताओं की कृपा के लिए प्रार्थना की जाती है।
- वर-वधू को हाथ मिलाना: सगाई के अंत में, वर और वधू को एक-दूसरे के हाथ मिलाया जाता है, जिससे इस पवित्र बंधन की पुष्टि होती है।
- आशीर्वाद और आशीर्वाद लेना: इसके बाद, परिवार के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा वर और वधू को आशीर्वाद दिया जाता है, और उन्हें खुशियों की शुभकामनाएं दी जाती हैं।
यह सगाई पूजा की सामान्य विधि है, लेकिन यह भिन्न-भिन्न समाजों और क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न रूप में मनाई जा सकती है |